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उत्तर प्रदेश पाठ्यक्रम : प्रारंभिक परीक्षा तथा मुख्य परीक्षा
(UPPSC) परीक्षा पाठ्यक्रम |
UPPSC परीक्षा द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार की सिविल सेवाओं में उच्च पदों पर सीधी नियुक्ति होने के कारण इसे राज्य सरकार की सर्वाधिक प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा माना जाता है। इस परीक्षा द्वारा राज्य प्रशासनिक सेवा, राज्य पुलिस सेवा तथा उत्तर प्रदेश शासन के अंतर्गत विभागों के अधीन विभिन्न पदों पर नियुक्तियाँ की जाती हैं। UPPSC परीक्षा की तैयारी भी लगभग संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षा की तरह ही की जाती है, अंतर यह है कि UPPSC के लिये उत्तर प्रदेश से संबंधित इतिहास, कला-संस्कृति, भूगोल, आर्थिक पहलुओं, उत्तर प्रदेश के प्रशासन एवं उत्तर प्रदेश से संबंधित समसामयिक घटनाओं के संबंध में विशेष तैयारी करनी होती है।
UPPSC प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की तैयारी हेतु इससे संबंधित पाठ्यक्रम को भली-भाँति पढ़ना और समझना ज़रूरी है।
प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम |
सामान्य अध्ययन (प्रश्नपत्र – I)
- राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ : राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की समसामयिक घटनाओं की जानकारी अभ्यर्थियों को रखनी होगी।
- भारत का इतिहास एवं भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन : इतिहास के अंतर्गत भारतीय इतिहास के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक पक्षों की व्यापक जानकारी पर विशेष ध्यान देना होगा।
भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन पर अभ्यर्थियों से स्वतंत्रता आंदोलन की प्रकृति तथा विशेषता, राष्ट्रवाद का अभ्युदय तथा स्वतंत्रता प्राप्ति के बारे में सामान्य जानकारी अपेक्षित है। - भारत एवं विश्व का भूगोल : भारत एवं विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल : विश्व भूगोल में विषय की केवल सामान्य जानकारी की परख होगी। भारत का भूगोल के अंतर्गत देश के भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल से संबंधित प्रश्न होंगे।
- भारतीय राजनीति एवं शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, लोकनीति, आधिकारिक मुद्दे आदि : भारतीय राज्य व्यवस्था, अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति के अंतर्गत देश के पंचायती राज तथा सामुदायिक विकास सहित राजनीतिक प्रणाली के ज्ञान तथा भारत की आर्थिक नीति के व्यापक लक्षणों एवं भारतीय संस्कृति की जानकारी पर प्रश्न होंगे।
- आर्थिक एवं सामाजिक विकास- सतत् विकास, गरीबी अंतर्विष्ट जनसांख्यिकीय, सामाजिक क्षेत्र के इनिशिएटिव आदि: अभ्यर्थियों की जानकारी का परीक्षण जनसंख्या, पर्यावरण तथा नगरीकरण की समस्याओं तथा उनके संबंधों के परिप्रेक्ष्य में किया जाएगा।
- पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी संबंधी सामान्य विषय, जैव विविधता एवं जलवायु परिवर्तन : इस विषय में विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है। अभ्यर्थियों से विषय की सामान्य जानकारी अपेक्षित है।
- सामान्य विज्ञान : सामान्य विज्ञान के प्रश्न दैनिक अनुभव तथा प्रेक्षण से संबंधित विषयों सहित विज्ञान के सामान्य परिबोध एवं जानकारी पर आधारित होंगे, जिसकी किसी भी सुशिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जा सकती है, जिसने वैज्ञानिक विषयों का विशेष अध्ययन नहीं किया है।
नोट: अभ्यर्थियों से यह अपेक्षित होगा कि उत्तर प्रदेश के विशेष परिप्रेक्ष्य में उपर्युक्त विषयों का उन्हें सामान्य परिचय हो।
सामान्य अध्ययन (प्रश्नपत्र – II)
- काम्प्रिहेन्सन (विस्तारीकरण)।
- अंतर्वैयक्तिक क्षमता जिसमें संप्रेषण कौशल भी समाहित होगा।
- तार्किक एवं विश्लेषणात्मक योग्यता।
- निर्णय क्षमता एवं समस्या समाधान।
- सामान्य बौद्धिक योग्यता।
- प्रारंभिक गणित हाईस्कूल स्तर तक-अंकगणित, बीजगणित, रेखागणित व सांख्यिकी।
- सामान्य अंग्रेज़ी हाईस्कूल स्तर तक।
- सामान्य हिन्दी हाईस्कूल स्तर तक।
प्रारंभिक गणित (हाईस्कूल स्तर तक) के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किये जाने वाले विषय
1. अंकगणित
(i) संख्या पद्धति: प्राकृतिक, पूर्णांक, परिमेय-अपरिमेय एवं वास्तविक संख्याएँ, पूर्णांक संख्याओं के विभाजक एवं अविभाज्य पूर्णांक संख्याएँ। पूर्णांक संख्याओं का लघुत्तम समापवर्त्य एवं महत्तम समापवर्तक तथा उनमें संबंध।
(ii) औसत।
(iii) अनुपात एवं समानुपात।
(iv) प्रतिशत।
(v) लाभ-हानि।
(vi) ब्याज-साधारण एवं चक्रवृद्धि।
(vii) काम तथा समय।
(viii) चाल, समय तथा दूरी।
2. बीजगणित
(i) बहुपद के गुणनखंड, बहुपदों का लघुत्तम समापवर्त्य एवं महत्तम समापवर्तक एवं उनमें संबंध, शेषफल प्रमेय, सरल युगपत समीकरण, द्विघात समीकरण।
(ii) समुच्चय सिद्धांत: समुच्चय, उप समुच्चय, उचित उपसमुच्चय, रिक्त समुच्चय, समुच्चयों के बीच संक्रियाएँ (संघ, प्रतिछेद, अंतर, समिमित अंतर), वेन-आरेख।
3. रेखागणित
(i) त्रिभुज, आयत, वर्ग, समलंब चतुर्भुज एवं वृत्त की रचना एवं उनके गुण संबंधी प्रमेय तथा परिमाप एवं उनके क्षेत्रफल।
(ii) गोला, समकोणीय वृत्ताकार बेलन, समकोणीय वृत्ताकार शंकु तथा घन के आयतन एवं पृष्ठ क्षेत्रफल।
4. सांख्यिकी : आँकड़ों का संग्रह, आँकड़ों का वर्गीकरण, बारंबारता, बांरबारता बंटन, सारणीयन, संचयी बारंबारता, आँकड़ों का निरूपण, दंडचार्ट, पाई चार्ट, आयत चित्र, बारंबारता बहुभुज, संचयी बारंबारता वक्र, केंद्रीय प्रवृत्ति की माप-समांतर माध्य, माध्यिका एवं बहुलक।
General English Upto Class X Level
- Comprehension
- Active Voice and Passive Voice
- Parts of Speech
- Transformation of Sentences
- Direct and Indirect Speech
- Punctuation and Spellings
- Words & Meanings
- Vocabulary & Usage
- Idioms and Phrases
- Fill in the Blanks
सामान्य हिन्दी (हाईस्कूल स्तर तक) के पाठ्यक्रम में सम्मिलित किये जाने वाले विषय
(1) हिन्दी वर्णमाला, विराम चिह्न
(2) शब्द रचना, वाक्य रचना, अर्थ
(3) शब्द-रूप
(4) संधि, समास
(5) क्रियाएँ
(6) अनेकार्थी शब्द
(7) विलोम शब्द
(8) पर्यायवाची शब्द
(9) मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ
(10) तत्सम एवं तद्भव, देशज, विदेशी (शब्द भंडार)
(11) वर्तनी
(12) अर्थबोध
(13) हिन्दी भाषा के प्रयोग में होने वाली अशुद्धियाँ
(14) उत्तर प्रदेश की मुख्य बोलियाँ
मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम |
सामान्य हिन्दी
(1) दिये हुए गद्य खंड का अवबोध एवं प्रश्नोत्तर। (2) संक्षेपण। (3) सरकारी एवं अर्धसरकारी पत्र लेखन, तार लेखन, कार्यालय आदेश, अधिसूचना, परिपत्र। (4) शब्द ज्ञान एवं प्रयोग (अ) उपसर्ग एवं प्रत्यय, (ब) विलोम शब्द (स) वाक्यांश के लिये एक शब्द (द) वर्तनी एवं वाक्य शुद्धि (5) लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे।
निबंध
निबंध हिंदी, अंग्रेज़ी अथवा उर्दू में लिखे जा सकते हैं।
निबंध के प्रश्नपत्र में 3 खंड होंगे। प्रत्येक खंड से एक-एक विषय पर 700 (सात सौ) शब्दों मे निबंध लिखना होगा। प्रत्येक खंड 50-50 अंकों का होगा। तीनों खंडों में निम्नलिखित विषयों पर आधारित निबंध के प्रश्न होंगे।
खंड (क) |
खंड (ख) |
खंड (ग) |
साहित्य और संस्कृति |
विज्ञान, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी |
राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम |
सामाजिक क्षेत्र |
आर्थिक क्षेत्र |
प्राकृतिक आपदाएँ : भू-स्खलन भूकंप, बाढ़, सूखा आदि। |
राजनीतिक क्षेत्र |
कृषि, उद्योग एवं व्यापार |
राष्ट्रीय विकास योजनाएँ एवं परियोजनाएँ |
सामान्य अध्ययन (मुख्य परीक्षा): पाठ्यक्रम
सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र - I
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अध्ययन प्रश्नपत्र - 2
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सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र - 3
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सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र - 4 | |
क्र.सं. | विषय |
1. | नीतिशास्त्र तथा मानवीय अंत:संबंध : मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सारतत्त्व, इसके निर्धारक और परिणाम: नीतिशास्त्र के आयाम, निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र। |
2. | अभिवृत्ति : अंतर्वस्तु (कंटेंट), संरचना, कार्य, विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध, नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि, सामाजिक प्रभाव और सहमति पैदा करना। |
3. | सिविल सेवा के लिये अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य, सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता तथा गैर-तरफदारी, वस्तुनिष्ठता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा करुणा। |
4. | संवेगात्मक बुद्धि : अवधारणाएँ तथा आयाम, प्रशासन और शासन व्यवस्था में उनकी उपयोगिता और प्रयोग। |
5. | भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों तथा दार्शनिकों का योगदान। |
6. | लोक प्रशासनों में लोक / सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्र : स्थिति तथा समस्याएँ, सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक सरोकार तथा दुविधाएँ, नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, नियमन तथा अंतर्रात्मा, जवाबदेही तथा नैतिक शासन व्यवस्था में नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे, कॉर्पोरेट शासन व्यवस्था। |
7. | शासन व्यवस्था में ईमानदारी : लोक सेवा की अवधारणा, शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, नीतिपरक आचार संहिता, आचरण संहिता, नागरिक घोषणा पत्र, कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक-निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ। |
8. | उपर्युक्त विषयों पर मामला संबंधी अध्ययन (केस स्टडी)। |
सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र - 5 | |
क्र.सं. | विषय |
1. | उत्तर प्रदेश का इतिहास, सभ्यता, संस्कृति एवं प्राचीन नगर। |
2. | उत्तर प्रदेश की वास्तुकला, उसकी महत्ता एवं रख-रखाव, संग्रहालय, अभिलेखागार एवं पुरातत्व। |
3. | भारत के स्वतंत्रता संग्राम में 1857 से पहले एवं बाद में उत्तर प्रदेश का योगदान। |
4. | उत्तर प्रदेश के सुविख्यात स्वतंत्रता सेनानी एवं व्यक्तित्व। |
5. | उत्तर प्रदेश में ग्रामीण, शहरी एवं जनजातीय मुद्दे : सामाजिक संरचना, त्योहार, मेले, संगीत, लोकनृत्य, भाषा एवं साहित्य / बोली, सामाजिक प्रथाएँ एवं पर्यटन। |
6. | उत्तर प्रदेश की राजव्यवस्था- शासन प्रणाली, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्रिपरिषद, विधान सभा एवं विधान परिषद, केंद्र-राज्य संबंध। |
7. | उत्तर प्रदेश में लोक सेवाएँ, लोक सेवा आयोग, लेखा परीक्षा, महान्यायवादी, उच्च्च न्यायालय एवं उसका अधिकार क्षेत्र। |
8. | उत्तर प्रदेश विशेष राज्य चयन मानदंड, राजभाषा, संचित निधि एवं आकस्मिक निधि, राजनीतिक दल एवं राज्य निर्वाचन आयोग। |
9. | उत्तर प्रदेश में स्थानीय स्वशासन : शहरी एवं पंचायती राज, लोकनीति, अधिकार संबंधी मुद्दे। |
10. | उत्तर प्रदेश सुशासन, भ्रष्टाचार निवारण, लोकायुक्त, सिटीजन चार्टर, ई-गवर्नेंस सूचना का अधिकार, समाधान योजना। |
11. | उत्तर प्रदेश में भूमि सुधार एवं इसका प्रभाव। |
12. | उत्तर प्रदेश में सुरक्षा से जुड़े मुद्दे- (i) उग्रवाद के प्रसार एवं विकास के बीच संबंध (ii) बाह्य, राज्य एवं अंतर राज्यीय सक्रियकों से आंतरिक सुरक्षा के लिये चुनौतियों पैदा करने में संचार नेटवर्कों, मीडिया एवं सोशल नेटवर्किंग साइट्स की भूमिका। (iii) साइबर सुरक्षा के बुनियादी नियम, कालेधन को वैध बनाना एवं इसकी रोकथाम। (iv) विभिन्न सुरक्षा बल एवं एजेंसियाँ और उनके शासनादेश/ अधिकार-पत्र। (v) सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ एवं उनका प्रबंधन, संगठित अपराधों का आंतकवाद से संबंध। |
13. | उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था एवं नागरिक अधिकार सुरक्षा। |
14. | उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य एवं चिकित्सीय मुद्दे। |
15. | उत्तर प्रदेश में शिक्षा प्रणाली। |
16. | भारत के विकास में उत्तर प्रदेश की भूमिका। |
17. | उत्तर प्रदेश की समसामयिक घटनाएँ। |
18. | जल शक्ति मिशन एवं अन्य केंद्रीय योजनायें एवं उनका क्रियान्वयन। |
19. | उत्तर प्रदेश में गैर सरकारी संगठन (एन.जी.ओ.) : मुद्दे, योगदान एवं प्रभाव। |
20. | उत्तर प्रदेश में पर्यटन: मुद्दे एवं संभावनायें। |
21. | उत्तर प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार : इसके मुद्दे एवं इसका समाज में रोज़गार एवं सामाजिक-आर्थिक विकास पर प्रभाव। |
सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र - 6 | |
क्र.सं. | विषय |
1. | उत्तर प्रदेश का आर्थिक परिदृश्य : अर्थव्यवस्था एवं राज्य बजट की मुख्य विशेषताएँ, बुनियादी ढाँचा एवं भौतिक संसाधनों का महत्त्व। |
2. | उत्तर प्रदेश का व्यापार, वाणिज्य एवं उद्योग। |
3. | उत्तर प्रदेश सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाएँ, परियोजनाएँ एवं नियोजित विकास, मानव संसाधन एवं कौशल विकास। |
4. | उत्तर प्रदेश में निवेश मुद्दे एवं प्रभाव। |
5. | उत्तर प्रदेश की लोक वित्त एवं राजकोषीय नीति, कर एवं आर्थिक सुधार, एक जिला एक उत्पाद नीति। |
6. | उत्तर प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा एवं गैर-नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों की योजना एवं प्रबंधन। |
7. | उत्तर प्रदेश की जनांकिकी, जनसंख्या एवं जनगणना। |
8. | उत्तर प्रदेश में कृषि का व्यावसायीकरण एवं कृषि फसलों का उत्पादन। |
9. | उत्तर प्रदेश की नवीन वानिकी नीति। |
10. | उत्तर प्रदेश की कृषि एवं सामाजिक वानिकी। |
11. | उत्तर प्रदेश में कृषि विविधता, कृषि की समस्याएँ एवं उनका समाधान। |
12. | उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में विकासीय सूचकांक। |
13. | उत्तर प्रदेश का भूगोल : भौगोलिक स्थिति, उच्चावच एवं संरचना, जलवायु सिंचाई, खनिज, अपवाह प्रणाली एवं वनस्पति। |
14. | उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव अभयारण्य। |
15. | उत्तर प्रदेश में परिवहन तंत्र। |
16. | उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास, शक्ति संसाधन एवं अधोसंरचना। |
17. | उत्तर प्रदेश में प्रदूषण एवं पर्यावरण के मुद्दे, प्रदूषण नियंत्रण परिषद एवं इनके कार्य। |
18. | उत्तर प्रदेश के प्राकृतिक संसाधन : मृदा, जल, वायु, वन, घास मैदान, आद्रभूमि। |
19. | उत्तर प्रदेश के जलवायु परिवर्तन एवं मौसम पूर्वानुमान से संबंधित मुद्दे। |
20. | उत्तर प्रदेश के संदर्भ में अधिवास पारिस्थितिकी तंत्र- संरचना एवं कार्य, समायोजन, जीव-जंतु एवं वनस्पतियाँ। |
21. | उत्तर प्रदेश में विज्ञान एवं तकनीक के मुद्दे, प्रसार एवं प्रयत्न। |
22. | उत्तर प्रदेश में मत्स्य, अंगूर, रेशम, फूल, बागवानी एवं पौध उत्पादन तथा उत्तर प्रदेश के विकास में इनका प्रभाव। |
23. | उत्तर प्रदेश के विकास में सार्वजनिक एवं निजी साझेदारी को प्रोत्साहित करना। |